किसी भी ब्लॉग या वेबसाइट को बनाने के बाद लोगों का एक ही सवाल होता है कि Seo kya hai. क्यूंकि Seo की मदद से ही हम अपने ब्लॉग या वेबसाइट को गूगल के पहले पेज पर ला सकते हैं और अपने ब्लॉग की ट्रैफिक बढ़ा सकते हैं।
अधिकतम लोग अपनी Queries सर्च इंजन पर ही सर्च करते हैं। ऐसे में आप अगर अपनी वेबसाइट को सर्च इंजन में पहले स्थान पर ले आते हैं तो आप की वेबसाइट या ब्लॉग पर Organic ट्रैफिक बढ़ जाती है और आप अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं।
लेकिन ये काम Seo की मदद से ही किया जा सकता है, इसीलिए आपका Seo के बारे में जानना जरूरी हो जाता है। आप अगर Digital Marketing में नये हैं तो आपने Seo शब्द को बार बार सुना होगा क्योंकि Seo डिजिटल मार्केटिंग और ब्लॉगिंग की दुनिया में एक महत्त्वपूर्ण स्थान रखती है।
आज आप को आसान शब्दों में बताएंगे कि Seo Kya Hai. इस पोस्ट में Seo से संबंधित सारे संदेह स्पष्ट होने वाले हैं, बस आप को इस पोस्ट को ध्यानपूर्वक अंत तक पढ़ना है। लेकिन उससे पहले आप के लिए ये जानना जरूरी है कि Search Engine क्या है।
Search Engine क्या होता है?
सर्च इंजन Crawlers की मदद से हर वेबसाइट पर Crawl करता है और अपनी Algorithms से हमें सबसे बेस्ट रिज़ल्ट दिखाने का कार्य करता है। Google, Yahoo, Bing भी सर्च इंजन ही हैं।
सबसे पहले सर्च इंजन हमारी वेबसाइट या ब्लॉग पर Crawler की मदद से Crawl करता है। अगर हमारी वेबसाइट सर्च इंजन के Factors को फॉलो करती है तो ये अपने सर्च इंजन में Index करके हमारे ब्लॉग या वेबसाइट को रैंक कर देता है।
आज के समय में Google एक विश्व प्रसिद्ध सर्च इंजन है क्योंकि 70 प्रतिशत लोग कुछ भी ढूढने के लिए Google पर ही सर्च करते हैं। Google अपने विज़िटर्स को बेस्ट रिज़ल्ट दिखाने के लिए लगभग 200 फैक्टर्स का इस्तेमाल करता है और यदि आप का ब्लॉग या वेबसाइट इन सभी फैक्टर्स को फॉलो करती है तो आप की ब्लॉग गूगल पर सर्च करने पर पहले स्थान पर आ सकती है।
Seo Kya Hai In Hindi
अपनी ब्लॉग या वेबसाइट को किसी भी सर्च इंजन में पहले स्थान पर लाने के लिए जिन टेक्निक्स का इस्तेमाल किया जाता है उसे SEO कहा जाता है। इसका पूरा नाम Search Engine Optimization है।
हर सर्च इंजन अपने यूज़र्स को सबसे बढ़िया रिज़ल्ट दिखाने की कोशिश में रहता है। जिसके लिए अलग अलग सर्च इंजन के अपने अपने अल्गोरिथम और अपने फैक्टर्स होते हैं। जो वेबसाइट या ब्लॉग इसे फॉलो करती है उसे सर्च इंजन पहला स्थान दे देता है।
Experts की माने तो गूगल पर 90 प्रतिशत सर्च क्लिक्स पहले स्थान से ही होते हैं। अगर आप का कोई आर्टिकल पहले स्थान पर आ जाये तो आप की ट्रैफिक और कमाई दोनों काफी बढ़ सकती हैं। चलिये आप को आसान तरीके से उदाहरण के साथ समझाते हैं।
मान लीजिये मैं गूगल पर Ola Me Bike Kaise Lagaye सर्च कर रहा हूँ। गूगल पर इसके 61,000 से ज़्यादा रिज़ल्ट हैं। इनमें से जो पोस्ट गूगल के लिए ज़्यादा विश्वसनीय होगी और गूगल के फैक्टर्स को फॉलो करेगी उसे गूगल पर पहला स्थान दे दिया जाएगा।
अब ज़ाहिर सी बात है यदि आप गूगल पर कुछ सर्च करते हैं तो पहले स्थानों में जो रिज़ल्ट आएगा उसपर ही क्लिक करेंगे। आर्टिकल को गूगल के पहले स्थान पर लाने का कमाल Seo Techniques का है जिसके बारे में विस्तार से आप जानेंगे।
आप ने ये तो जान लिया कि Seo Kya Hai. अब आपको जान लेना चाहिए कि SEO के प्रकार कितने होते हैं।
SEO कितने प्रकार का होता है?
मुख्य रूप से SEO 3 प्रकार का होता है। जो हमने निम्न आप को बताए हैं:-
- On Page SEO
- Off Page SEO
- Technical SEO
अब आप को इन SEO के बारे में थोड़ा विस्तार से समझाते हैं जिससे आप अच्छी तरह समझ जाएंगे कि SEO Kya Hai.
1. On Page SEO क्या है?
वेबसाइट या ब्लॉग के On Page में Optimization करना On Page SEO कहलाता है। आसान शब्दों में कहूँ तो इस ब्लॉग पर जो भी कुछ आप देख पा रहे हैं उसे On Page कहते हैं। अब इस पेज में Search Engine के फैक्टर्स के हिसाब से जो कुछ भी सुधार करूँ तो उसे On Page SEO (Search Engine Optimization) कहा जायेगा। इसमें ये सारे काम शामिल हैं:-
- Image Optimization: ब्लॉग या वेबसाइट पर आप जो फ़ोटो अपलोड करते हैं उसमें सुधार करना Image Optimization है। जैसे फ़ोटो के ALT Text में Keyword डालना और का साइज कम करना (इसके लिये आप Smush Plugin का इस्तेमाल कर सकते हैं) इत्यादि।
- Internal Linking: इंटरनल लिंकिंग ब्लॉग की ट्रैफिक बढाने का और SEO का एक अच्छा तरीका है। कई ब्लॉग पोस्ट में आप ने देखा होगा उसमें दूसरे पोस्ट या केटेगरी के लिंक दिए होते हैं जिस से रीडर्स दूसरी पोस्ट पर जा पाएं। इसे भी On Page SEO का हिस्सा माना जाता है।
- Keyword Optimization: इसमें आप के जो Targeted Keywords हैं उसे पोस्ट में सही जगह पर अच्छे से डालना है। जैसे पोस्ट के पहले पैराग्राफ में, इमेज के Alt text में आदि। इसके लिए RankMath या Yoast SEO Plugin आप की अच्छी सहायता कर सकते हैं।
- Meta Description: आप गूगल पर कुछ सर्च करते हैं तो टाइटल के नीचे जो डिस्क्रिप्शन होती है उसे Meta Description कहा जाता है। इसे भी आप किसी अच्छे SEO Plugin की मदद से Add कर सकते हैं।
- Heading Tags: ब्लॉग पोस्ट की Headings में Keyword को एड करना SEO के लिए अच्छा माना जाता है। इसलिए SEO के लिए अपनी पोस्ट में H2 Heading भी जरूर डालें।
- Title Tags: सर्च इंजन पर कुछ सर्च करने पर जो पोस्ट की हैडिंग होती है उसे Title कहा जाता है और पोस्ट की टाइटल में Keywords को डालना SEO के लिए काफी महत्त्वपूर्ण है।
- Quality Content: आप इनमें से सब कुछ करलो चाहे लेकिन अगर आप का Content क्वालिटी वाला नहीं होगा तब तक आप गूगल की पहली रैंक हासिल नहीं कर सकते। इसीलिए अपने ब्लॉग पर ऐसा कंटेंट लिखो कि सर्च इंजन और रीडर्स को आप के कंटेंट से प्यार हो जाए।
2. Off Page SEO क्या है?
On Page Seo Kya Hai में आप ने जाना है कि ब्लॉग के Front End पेज में सुधार करना On Page SEO है। लेकिन बिना कोई On Page में सुधार करे। चलो आसान भाषा में उदाहरण देता हूँ।
जैसे मनुष्य को आकर्षित दिखने के लिए Looks के अलावा अच्छी बॉडी होनी चाहिए उसी तरह आप के ब्लॉग को On Page के साथ Off Page SEO की जरूरत है। अब किसी के लुक्स अच्छे हों लेकिन उसमे Vitamins की कमी हो तो क्या फायदा। इसी तरह हमें हमारे ब्लॉग की Authority और Reputation को Off Page SEO की मदद से बढ़ाना पड़ता है। इनमें से यह सब शामिल हैं:-
- Backlink: किसी वेबसाइट को जब अन्य वेबसाइट के साथ लिंक किया जाता है तो उसे बैकलिंक कहा जाता है। SEO की दुनिया में बैकलिंक शब्द का बहुत उपयोग किया जाता है क्योंकि ये अपने आप ही बहुत महत्ता रखता है। आसान भाषा में समझाऊं तो मैंने अगर अपनी वेबसाइट पर आप की वेबसाइट का लिंक दिया है तो आप को मेरी वेबसाइट से बैकलिंक मिलेगा।
- Social Media: जितना अधिक हमारी पोस्ट को सोशल वेबसाइट पे शेयर किया जाता है उतने ही अधिक हमारी पोस्ट रैंक करने के चांस बढ़ जाते हैं। इसलिए अपनी हर पोस्ट को पब्लिश करने के बाद उसे सोशल मीडिया साइट (जैसे: फेसबुक, ट्विटर, कोरा, लिंकेडीन आदि।) पर शेयर जरूर करें जिस से आप को Off Page SEO में मदद मिलेगी।
- Guest Posting: किसी दूसरे ब्लॉग पर आप अगर गेस्ट के रूप में पोस्ट करते हैं तो बदले में आप को बैकलिंक मिलता है जिससे आप के ब्लॉग या वेबसाइट की ऑथोरिटी बढ़ती। जिस ब्लॉग पर आप गेस्ट पोस्ट करेंगे, उसके नियम व शर्ते आपको स्वीकार करने की जरूरत होगी। हमारे ब्लॉग पर भी आप Guest Post पब्लिश कर सकते हैं और बैकलिंक पा सकते हैं।
- Branding: अपने ब्लॉग की Branding करें जो कि Off Page SEO का ही एक हिस्सा है। अपनी ब्लॉग को सोशल मीडिया साइट्स पर शेयर करें, Directories में सबमिट करें और दूसरे ब्लॉग्स पर (अपने ब्लॉग के लिंक के साथ) कमेंट करें।
- Search Engine Submission: अपनी ब्लॉग या वेबसाइट को सर्च इंजन कंसोल में सबमिट करें जिस से Crawlers आप की साइट पर जल्दी आते हैं और आप की ब्लॉग या साइट को रैंक कराने में आसानी होगी। Bing और Google Search Console में आप अपनी ब्लॉग या वेबसाइट को सबमिट कर सकते हैं।
3. Technical SEO क्या है?
Off Page और On Page के बाद अब आप को बताते हैं कि Technical Seo Kya Hai. इसके अंतर्गत हमें अपनी ब्लॉग या वेबसाइट में तकनीकी सुधार करना होता है जो सर्कज इंजन के Factors की पालना करते हों।
यह भी SEO का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जिसे पूरा करने पर आपकी वेबसाइट अच्छे तरीके से रैंक कर सकती है। इसके कुछ Factors हमने आपको नीचे बताए हैं:-
- Loading Speed: सर्च इंजन उन वेबसाइट को पहल देते हैं जिसकी लोडिंग स्पीड अच्छी हो और वह जल्द लोड हो जाए। विज़िटर भी उसी वेबसाइट पर ज्यादा देर तक रहता है जिसके पेज जल्दी लोड हों, वरना वो किसी और पेज पर चला जाएगा। अपनी वेबसाइट का लोडिंग स्पीड कम से कम रखने की कोशिश करें।
- Url Structure: वेबसाइट के URL का स्ट्रक्चर भी टेक्निकल SEO में जरूरी है। सर्च इंजन की नज़र में www के साथ और बिना www के ओपन होने वाले URL अलग हैं। हालांकि ये एक ही वेबसाइट से redirect हो सकते हैं। इसलिए ध्यान से URL के स्ट्रक्चर का चुनाव करें।
- Website Design: आपकी वेबसाइट का डिज़ाइन अगर अच्छा हो तो लोग आकर्षित होते हैं जिस से अगली बार आपकी वेबसाइट ओपन करें तो बस डिज़ाइन से ही जान जाते हैं कि यह आपकी वेबसाइट है। Technical SEO में भी इससे काफी मदद मिलती है।
- Mobile Friendly: ज़्यादातर लोगों के पास मोबाइल है तो आप की वेबसाइट या ब्लॉग मोबाइल फ्रेंडली होना बेहद जरूरी है। अपनी वेबसाइट को मोबाइल फ्रेंडली बनाएं जो SEO में आपकी काफी मदद करेगा।
- AMP: Google आज के समय में AMP friendly sites को तवज्जो दे रहा है जिसकी लोडिंग स्पीड भी अच्छी है और मोबाइल फ्रेंडली भी है। लेकिन AMP की कुछ खामियां भी हैं तो सोच समझ कर ही इसका इस्तेमाल करें।
आखरी शब्द
SEO ब्लॉग के लिए बेहद जरूरी है क्योंकि इसकी मदद से हम अपनी वेबसाइट की ट्रैफिक और ऑथोरिटी बढ़ा सकते हैं। लेकिन इन सब से महत्वपूर्ण है कंटेंट। जब तक आपका कंटेंट बढ़िया नहीं होगा तब तक यह आप के काम नहीं आने वाला।
अपना कंटेंट हमेशा फ्रेश और बढ़िया रखें क्योंकि Content Is King. आप को अब पूर्ण तरीके से जानकारी मिल चुकी है कि SEO Kya Hai और On Page, Off Page ओर Technical SEO Kya Hai. इस पोस्ट को अपने ब्लॉगर मित्रों के साथ सांझा करें ताकि वह भी Seo के बारे में ज्ञान प्राप्त कर सकें। अगर कोई Doubt है इसके बारे में तो कमेंट करके पूछ सकते हैं, हम आपके सवालों को हल करने की पूर्ण कोशिश करेंगे।